जानिए मुस्लिम समाज के लोग क्यों रखते हैं रोजा

रमजान के महीने में रोजा रखना न केवल एक शारीरिक कार्य है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक कार्य भी है जिसका उद्देश्य लोगों को अल्लाह के करीब लाना है.

रमजान के महीने में मुस्लिम समाज के लोग अल्लाह के प्रति अपनी भक्ति दिखाने के लिए रोजा रखते हैं.

रोजा के जरिए लोग अपनी भौतिक इच्छाओं और आध्यात्मिक कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए करते हैं.

ऐसी मान्यता है कि रोजा रखने से आत्मा को शुद्ध करने और आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलती है.

रमजान के महीने में रोजा रखकर मुस्लिम समाज के लोगों के लिए अपने कार्यों पर विचार करने और अपने पापों के लिए क्षमा मांगने का समय होता है.

रमजान में लोग रोजा पारिवारिक और सामुदायिक संबंधों को मजबूत करने के लिए भी रखते हैं.

इसके साथ ही लोग रोजा को इसलिए भी रखते हैं कि भूख और प्यास का अनुभव करके उन लोगों के संघर्ष को समझते हैं जिनके पास खाने-पीने के लिए पर्याप्त सामान नहीं है.