अलग-अलग रंग पर क्यों रखे गए हैं दिल्ली मेट्रो रूट के नाम?

दिल्ली मेट्रो में कुल 12 रंग की लाइन्स हैं. इन 12 लाइनों में एक सिल्वर लाइन भी है जिस पर अभी काम चल रहा है.

क्या आपने कभी सोचा है कि दिल्ली मेट्रो के सभी रूट्स के नाम किसी ना किसी रंग पर क्यों रखे गए हैं.

दरअसल, दिल्ली मेट्रो हर कैटेगरी के लोग सफर करते हैं. ऐसे में जो पढ़ नहीं सकता, वे कलर कोड से रूट को आसानी से समझ जाएगा.

हर लाइन को अलग रंग से पहचान दी गई है, जिससे यात्री अपनी लाइनों को आसानी से याद रख सकें. 

येलो लाइन- येलो लाइन समयपुर बादली से शुरू होकर हुडा सिटी सेंटर तक जाती है. 

रेड लाइन-मेट्रो की पहली लाइन रेड थी, इसके बाद रंगों का विस्तार हुआ.रिठाला से शुरू होकर रेड लाइन गाजियाबाद के शहीद स्थल तक जाती है.

ब्लू लाइन- द्वारका से शुरू होकर यह लाइन नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक जाती है. इसके अलावा इसकी एक लाइन यमुना बैंक से कटकर वैशाली की तरफ जाती है.

वॉयलेट लाइन कश्मीरी गेट से शुरू होकर राजा मेहर सिंह तक जाती है. और ग्रीन लाइन कीर्ति नगर से शुरू होकर ग्रीन लाइन बहादुरगढ़ तक जाती है.

मजेंटा लाइन जनकपुरी वेस्ट से चलना शुरू होती है और बॉटनिकल गार्डन तक जाती है और पिंक लाइन की मेट्रो मजलिस पार्क से शुरू होकर शिव विहार तक जाती है.

ऑरेंज लाइन एयरपोर्ट लाइन के नाम से भी मशहूर है. ये लाइन नई दिल्ली से शुरू होकर द्वारका सेक्टर 21 के लिए जाती है. 

एक्वा लाइन- यह लाइन नोएडा से होकर ग्रेटर नोएडा तक जाती है और ग्रे लाइन दिल्ली मेट्रो की सबसे छोटी लाइन है. यह द्वारका से होकर धंसा बस स्टैंड तक जाती है.

रैपिड मेट्रो गुरुग्राम के सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन से होते हुए येलो लाइन में आकर मिल जाती है. वहीं, सिल्वर लाइन का काम अभी तेजी से चल रहा है जो दिल्ली एरोसिटी से होकर तुगलकाबाद तक चलेगी.