आपने हनुमान मंदिर में देखा होगा कि हनुमान जी की मूर्ति सिंदूर से रंगी होती है और उनकी पूजा करते वक्त सिंदूर से उनका श्रृंगार किया जाता है.
जबकि आमतौर पर सभी भगवानों को रोली व सिंदूर का तिलक किया जाता है. आइए जानते हैं आखिर क्यों हनुमान जी के पूरे शरीर पर सिंदूर लगाया जाता है?
पौराणिक कथा के अनुसार त्रेता युग में एक बार माता सीता मांग में सिंदूर लगा रही थी तभी हनुमान जी वहां पहुंच गए.
उनको सिंदूर लगाते वक्त जिज्ञासापूर्वक पूछा कि माता आप अपनी मांग में सिंदूर क्यों लगाती हैं?
इस प्रश्न के जवाब में माता सीता ने कहा कि वे अपने स्वामी, अपने पति श्रीराम की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए मांग में सिंदूर लगाती हैं.
हिंदू धर्म शास्त्रों में प्राचीन काल से सुहागिने अपनी मांग में सिंदूर लगाती आ रही है. इससे पति की आयु लंबी होती है.
यह सुनकर हनुमान जी ने सोचा कि वो भी तो अपने आराध्य भगवान श्रीराम से बहुत प्रेम करते हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करते हैं.
अगर मांग भरने से उनकी उम्र लंबी होती है तो मैं अपने पूरे शरीर में सिंदूर लगा लेता हूं इससे मेरे प्रभु अमर हो जाएंगे.
यही सोचकर हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर में सिंदूर लगा लिया. बस तभी से हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है.