इस्कॉन ने अपने एक संत अमोघ लीला दास को बैन कर दिया है.
वे सोशल मीडिया पर काफी वायरल हस्ती हैं और लगातार ट्रेंड होते रहते हैं. लेकिन इस बार सुर्खियों में होने का अलग कारण है.
कृष्ण चेतना के लिए इंटरनेशनल सोसाइटी (ISKCON) ने असंत अमोघ लीला दास पर एक महीने के लिए बैन लगाया है.
इसका कारण है कि उन्होंने स्वामी विवेकानंद के बारे में कहा था कि वे मछली खाते थे. जिसके बाद उनके इस बयान की काफी निंदा की गई. जिसके चलते बैन लगाया गया है.
संत अमोघ लीला दास लखनऊ के एक धार्मिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं.
बहुत कम उम्र में उनकी आध्यात्मिक यात्रा शुरू हो गई थी.
साल 2000 में जब वे केवल 12वीं कक्षा में थे, तब उन्होंने भगवान की तलाश में घर छोड़ दिया था.
वापस लौटकर उन्होंने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की.
2004 में उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई की और उसके बाद वे अमेरिका चले गए.
उन्होंने अमेरिका जाकर मल्टीनेशनल कॉरपोरेशन के लिए काम करना शुरू कर दिया.
लेकिन कुछ साल बाद ही उन्होंने 2010 में कॉर्पोरेट वर्ल्ड को छोड़ने का फैसला किया. जब वे इस्कॉन में शामिल हुए थे और कृष्ण ब्रह्मचारी बन गए थे तब वे केवल 29 साल के थे. .
इंजीनियर से संत बने अमोघ लीला दास के आज हजारों फैंस हैं.