5 साल में दुनिया के ये 4 मून मिशन क्रैश

चांद की सतह पर उतरने निकला रूस का लूना-25 स्पेसक्रॉफ्ट क्रैश हो गया है.  

नियंत्रण से बाहर होने के बाद चांद की सतह पर लूना-25 क्रैश हो गया है.

रूस की योजना चांद के दक्षिणी ध्रुव पर इस मानवरहित स्पेसक्राफ्ट की सॉफ्ट लैंडिग कराने की थी, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के बाद ये क्रैश हो गया.

करीब 50 सालों में ये चांद के लिए रूस का पहला मिशन था.

हालांकि, इससे पहले भी कई मून मिशन पर जाने वाले स्पेसक्राफ्ट क्रैश हुए हैं.

इसराइली कंपनी स्पेसआइएल का बनाया बेयरशीट लैंडर इसराइल का पहला मून मिशन था.

बेयरशीट लैंडर अप्रैल 2019 में चंद्रमा की सतह पर उतरने की कोशिश करते समय अपने मेन इंजन में खराबी की वजह से क्रैश हो गया था।.

हाकुटो-आर मिशन जापान का मून मिशन था जिसमें लांडिंग रोवर हाकुटो-आर को चंद्रमा की सतह पर भेजा गया था.

हाकुटो-आर मिशन भी अपनी लैंडिंग की कोशिश करते समय विफल रहा और क्रैश हो गया था.

भारत के ISRO का चंद्रयान-2 मिशन भी 2019 में चांद की सतह पर क्रैश हो गया था.