लोकसभा चुनाव 2024 में इस बार एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला है. हर बार की तरह इस बार भी एनडीए गठबंधन के लिए चुनाव का मुख्य चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे.
केंद्रीय मंत्रिमंडल में नंबर 2 की हैसियत और भाजपा के 'चाणक्य' कहे जाने वाले अमित शाह एक बार फिर अपनी पार्टी की रणनीति में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
कांग्रेस की इस लोकसभा चुनाव में नैया पार करने की जिम्मेदारी राहुल गांधी पर होगी. वह पार्टी के चुनाव प्रचार का प्रमुख चेहरा होंगे.
नीतीश कुमार एक बार फिर एनडीए के साथ जुड़ चुके हैं. वह बिहार में इस गंठबंधन का प्रमुख चेहरा होंगे. बिहार में सीट बंटवारे के लेकर डील पक्की हो गई है.
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने इंडिया गंठबंधन से अपनी पार्टी को दूर कर लिया है. उन्होंने पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
कांग्रेस के कार्यकर्ता से शुरुआत कर अध्यक्ष तक पद तक पहुंचे मल्लिकार्जुन खड़गे सक्रिय राजनीति में पांच दशक का अनुभव रखते हैं. 81 वर्षीय खड़गे को इस लोकसभा चुनाव में कड़ी परीक्षा होगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की दो राज्यों में सरकारें हैं. यह पार्टी दिल्ली सहित कुछ राज्यों में कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे में कामयाब रही है.
राजद नेता तेजस्वी यादव फिर से बिहार में विपक्ष में हैं. नीतीश के जाने के बाद इंडिया गठबंधन में उनका कद बढ़ गया है. वह राजग के गणित को बिगाड़ पाएंगे या नहीं, इसका इम्तिहान लोकसभा चुनाव में होगा.
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने अक्सर विधानसभा चुनावों में विपक्षी गठबंधन के लिए ‘खेल बिगाड़ने' की भूमिका निभाई है और कुछ नेताओं ने उन्हें भाजपा की ‘बी-टीम' करार दिया है. अब देखना है कि वह लोकसभा में क्या कर पाते हैं.
द्रमुक सुप्रीमो एम के स्टालिन ने तमिलनाडु में अपना प्रभुत्व स्थापित किया है और दक्षिणी राज्य में भाजपा के खिलाफ विपक्ष की बड़ी ताकत हैं. स्टालिन से तमिलनाडु में विपक्षी गठबंधन को महत्वपूर्ण चुनावी बढ़त दिलाने की उम्मीद है.