दूसरे राज्यों के नेताओं को उत्तर प्रदेश की सियासत खूब पसंद आती है. जो भी यहां आता है, यहीं का होकर रह जाता है. कई बाहरी नेताओं ने यूपी की सियासत में ऊंचा मुकाम हासिल किया है.
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ये सिलसिला आजादी के बाद से चला आ रहा है. हरियाणा की सुचेता कृपलानी यूपी की पहली महिला सीएम बनीं तो लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी सियासी पारी की शुरुआत यूपी से की थी.
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इस लिस्ट में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का नाम भी शामिल है. वाजपेयी मध्य प्रदेश के रहने वाले थे, लेकिन अपनी सियासी जमीन यूपी में बनाई.
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आज भी उत्तर प्रदेश की सियासत के 4 दिग्गज लीडर यूपी के रहने वाले नहीं हैं. चलिए राजनीति के इन माहिर खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं.
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इसमें सबसे पहला नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आता है. पीएम मोदी गुजरात के रहने वाले हैं. लेकिन पिछले 10 साल से वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद हैं.
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दूसरे नंबर पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम आता है. उनका जन्म उत्तराखंड में हुआ है. लेकिन यूपी की जनता ने उनको अपना लिया.
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योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से 5 बार सांसद भी रहे हैं. वो गोरक्षपीठ के महंत भी हैं. आदित्यनाथ लगातार 2 बार यूपी के सीएम बनने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं.
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बीजेपी की मशहूर लीडर स्मृति ईरानी अमेठी से लोकसभा सांसद हैं. उन्होंने साल 2019 में राहुल गांधी को हराया था. लेकिन वो दिल्ली की रहने वाली हैं.
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बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस हेमा मालिनी उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट से दो बार से सांसद हैं. जबकि तीसरी बार बीजेपी ने उनको फिर से मैदान में उतारा है. हेमा मालिनी भी यूपी की रहने वाली नहीं हैं.
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