टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी में कम स्कोर का बचाव करके कई टीमों ने जीत हासिल की है. इसमें टीम इंडिया भी शामिल है.
साल 1882 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड को जीत के लिए 85 रन की जरूरत थी. लेकिन चौथी पारी में टीम 77 रन पर ऑल आउट हो गई.
साल 2000 में जिम्बॉब्वे को जीत के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ 99 रन की दरकार थी. लेकिन इस टेस्ट मैच में पूरी टीम सिर्फ 63 रन पर सिमट गई.
2004 में मुंबई टेस्ट में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 107 रन की जरूरत थी. लेकिन पूरी टीम 93 रन पर ढेर हो गई.
1887 में सिडनी टेस्ट में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 111 रन नहीं बनाने दिया था और टीम को 97 रन पर ऑल आउट कर दिया था.
साल 1896 में एक टेस्ट में इंग्लैंड की टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 111 रन नहीं बनाने दिया था और टीम को 44 रन पर सिमट दिया था.
साल 1994 में साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 111 रन पर ऑल आउट कर दिया था. ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 117 रन की जरूरत थी.
साल 1997 में टेस्ट में जीत के लिए भारत को 120 रन की जरूरत थी. लेकिन वेस्टइंडीज की टीम ने भारत को 81 रन पर सिमट दिया था.
साल 1888 में एक टेस्ट में इंग्लैंड को जीत के लिए 124 रन बनाने थे. लेकिन ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 62 रन पर ढेर हो गई .
साल 1902 में मैनचेस्टर टेस्ट में एक बार फिर इंग्लैंड को जीत के लिए 124 रन की जरूरत थी. लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने 120 रन पर पूरी टीम को आउट कर दिया.
साल 1997 में इंग्लैंड की टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 104 रन पर ऑल आउट कर दिया था. टेस्ट में जीत के लिए 124 रन की जरूरत थी.