फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाने वाली महाशिवरात्रि की धूम देश-दुनिया में रहती है.
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती विवाह के बंधन में बंधे थे.
यह दिन शादीशुदा जोड़े और अविवाहित लड़के-लड़कियों के लिए भी बहुत खास होता है क्योंकि शिव-पार्वती की पूजा करने से मनचाहा वर मिलता है और दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है.
इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नानादि करें और साफ कपड़े पहनें.
इस दिन गहरे रंग जैसे हरे, लाल, गुलाबी आदि रंग के कपड़े धारण करें. मंदिर जाते समय स्त्रियों को सिर ढकना चाहिए.
इसके बाद मंदिर में जाकर शिवजी की पूजा करें. कच्चे दूध या शुद्ध घी से शिवलिंग का अभिषेक करें.
फिर शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, धतूरा, जायफल, फल, फूल, मिठाई और पान आदि चढ़ाएं.
इसके बाद, शिव चालीसा का पाठ करें और फिर शिवजी की आरती करें. साथ में, कुछ मंत्रोच्चारण भी कर सकते हैं.
महाशिवरात्रि के दिन रात्रि जागरण भी किया जाता है. आप अपने घर पर ही जागरण कर सकते हैं या किसी पास के मंदिर में जाकर.