महाशिवरात्रि का त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा. इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव के प्रेम विवाह का जश्न मनाया जाता है.
बेलपत्र का पौधा भगवान शिव को पसंद है. ध्यान रहे कि आप भोले बाबा पर 3 पत्तियों वाला और बिना दाग वाला बेलपत्र ही चढ़ाएं.
एक मान्यता यह भी है कि बेलपत्र की 3 पत्तियां भगवान शिव के त्रिनेत्र का प्रतीक हैं.
भगवान शिव को भांग अति प्रिय है. शिवरात्रि पूजन के समय शिवलिंग पर भांग की पत्ती चढ़ानी चाहिए.
आप भांग को पीसकर जल या दूध में मिलाकर भोले बाबा का अभिषेक कर सकते हैं.
धतूरा भी एक तरह की जड़ी-बूटी होती है.
भगवान शिव पर धतूरा चढ़ाने से धन संबंधी समस्याओं का निवारण होता है. साथ ही इससे आपके मन से शत्रुओं का भय भी दूर हो जाता है.
पुराणों के अनुसार, गंगा भगवान विष्णु के चरणों से निकलकर और भोलेनाथ की जटाओं से होते हुए धरती पर उतरी थी.
महाशिवरात्रि के दिन गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करना शुभ माना जाता है, इससे मानसिक तनाव मिट जाता है.
ऐसा कहा जाता है कि प्रेम के देवता कामदेव का धनुष गन्ने से ही बना है.
गन्ने का पूजन-अर्पण में भी विशेष महत्त्व होता है. महाशिवरात्रि के दिन गन्ने का रस चढ़ाने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है.