मस्जिद में रोज नमाज पढ़ी जाती है. यहां तक की कुरान में भी 5 बार नमाज पढ़ने को कहा गया है. लेकिन क्या आपको पता है एक मस्जिद ऐसी भी है जिसमें केवल एक बार ही नमाज पढ़ी जाती है.
मस्जिद -ए-निमरा दुनिया की इकलौती ऐसी मस्जिद है, जहां साल में केवल एक बार ही नमाज पढ़ी जाती है.
मस्जिद-ए-निमार सऊदी अरब में मक्का प्रांत के वादी उराना में स्थित है. ऐसा माना जाता है कि इस्लामी पैगंबर मुहम्मद अराफात अपना अंतिम उपदेश देने से पहले यहां रुके थे.
मस्जिद-ए-निमरा हज के दौरान सबसे महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह वह जगह है, जहां जोहर (Dhuhur)और असर (Asar) की नमाज एक साथ कराई जाती है.
मस्जिद-ए-निमरा में एक वक्त में 3.5 लाख लोगों के नमाज पढ़ने की जगह है.
मस्जिद-ए-निमरा हज के दिन साल में केवल एक बार ही खुलती है. इस दिन यहां नमाज पढ़ी जाती है.
मस्जिद-ए-निमरा का निर्माण 9वीं शताब्दी में अब्बासिद खलीफा के दौरान किया गया था. यह मस्जिद 27,000 वर्ग मीटर तक फैली है.
क्षेत्रफल के हिसाब से मस्जिद अल-हरम के बाद मस्जिद-ए-निमरा दूसरी सबसे बड़ी मस्जिद है.
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