राजघराने से लेकर राजनीति तक, हर जगह रहे गायत्री देवी के चर्चे

आज हम बताने जा रहे हैं दुनिया की सबसे सुंदर दस महिलाओं में शुमार जयपुर की राजमाता गायत्री देवी के बारे में, जो बला की खूबसूरत थीं और वादे की एकदम पक्की.

जयपुर के राजघराने की राजमाता गायत्री देवी का जन्म 23 मई 1919 को लंदन में हुआ था.

फिर लंदन और स्विट्ज़रलैंड से इन्होंने पढ़ाई की. 21 साल की उम्र में उन्होंने शादी कर ली थी. वह महाराजा सवाई मानसिंह की तीसरी पत्नी थीं.

गायत्री देवी की लोकप्रियता ऐसी थी कि आप शायद कल्पना भी न कर सकें लेकिन, उन्हें इसका खामियाजा भी कम नहीं भुगतना पड़ा था.

वक्त था 1975 आपातकाल का जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जयपुर राजघराने की राजमाता गायत्री देवी को जेल में बंद कर दिया था.

उन्हें छह महीने तिहाड़ जेल में रहना पड़ा था. आरोप था संपत्ति और अघोषित सोना छिपाने का लेकिन, आज भी इसे वर्चस्व और ईर्ष्या की लड़ाई करार दिया जाता है.

हालांकि, गायत्री देवी और इंदिरा गांधी दोनों ही रबींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित शांतिनिकेतन के स्कूल पाठ भवन में साथ पढ़ चुकी थीं.   

गायत्री देवी तीन बार लोकसभा सांसद रहीं. उन्होंने 1962, 1967 और 1971 का लोकसभा चुनाव जीता था. उन्हें 2.46 लाख मत में से 1.93 लाख मत मिले थे, जिसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ था.

वह भारतीय राजनीति में काफी सक्रिय थीं लेकिन, जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने राजनीति से संन्यास से लिया था. 

गायत्री देवी बालिका शिक्षा को लेकर हमेशा आवाज उठाती थीं. उनकी जिद थी कि लड़कियों को अच्छी पढ़ाई का मौका मिले.

गायत्री देवी ने उस वक्त का सबसे बड़ा गर्ल्स स्कूल खुलवाया था, जब देश में पर्दा प्रथा अपने चरम पर थी. उन्होंने समाज के हित में हमेशा आवाज उठाई और लोगों की बात सुनी.