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उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर देश के 12 ज्योतिर्लिंग और चार धामों में से एक है. कहते हैं सावन में इस मंदिर की यात्रा और भगवान केदारनाथ के दर्शन करने से भक्त के जीवन से दुखों का नाश हो जाता है.
झारखंड के देवघर स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल बैजनाथ धाम में स्थापित शिवलिंग द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से नौवां ज्योतिर्लिंग है. यहां लाखों श्रद्धालु सावन में कांवड़ लेकर पहुंचते हैं.
वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित शिवलिंग के दर्शन मात्र से ही भक्त के सारे काम बन जाते हैं. सावन के महीने में पूरा नगर कांवड़ यात्रियों के बोल बम के नारे से गुंजायमान रहता है.
सावन का महीना भगवान शिव को प्रिय है. सावन में जम्मू-कश्मीर स्थित अमरनाथ मंदिर का दर्शन करना बहुत ही मंगलकारी माना गया है.
गुजरात का सोमनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है. शिव भक्तों का इस मंदिर पर अटूट विश्वास है.
ज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर शिवजी के सबसे पुराने मंदिर होने के साथ 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है.
तमिलनाडु के रामेश्वरम स्थित रामास्वामी मंदिर चार धामों में से एक है. यहां दर्शन करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है.
भुवनेश्वर स्थित लिंगराज मंदिर देश के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है, यहां के मंदिर में पीठासीन देवता भगवान हरिहर है, जिन्हें भगवान शिव का रूप माना जाता है.
गुजरात का नागेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है. यहां शिव जी की 25 मीटर लंबी मूर्ति है, जिसकी काफी मान्यता है.
हुगली का तारकेश्वर मंदिर बंगाल का प्रसिद्ध मंदिर है, जो शिवजी को समर्पित है.