देश में इन इलाकों में बचे हैं नक्सली

देश में नक्सलियों का दायरा लगातार सिमट रहा है. गृह मंत्रालय के मुताबिक देश के 10 राज्यों के 70 जिलों में ही नक्सली बचे हैं.

आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड में पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ जबरदस्त ऑपरेशन चलाया है. अब इनका ठिकाना दंडकारण्य का जंगल ही बचा है.

90 हजार से ज्यादा वर्ग किलोमीटर में फैला दंडकारण्य का जंगल नक्सलियों का गढ़ कहा जाता है. यह जंगल आंध प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में फैला है.

देश में नक्सली अब सिर्फ 2 केंद्रों तक सिमट गए हैं. एक दंडकारण्य का जंगल और दूसरा झारखंड-बिहार बॉर्डर पर.

सबसे ज्यादा झारखंड के 16 जिलों में नक्सली एक्टिव हैं. जबकि छत्तीसगढ़ के 14 जिलों में इनका प्रभाव अभी भी है.

छत्तीसगढ़ के बस्तर, बीजापुर, बलरामपुर, गरियाबंद, धमतरी, दंतेवाड़ा, कोंडागांव, कांकेर, महासमुंद, नारायणपुर, राजनंदगांव, कबीरधाम, मुंगेली और सुकमा में इनका प्रभाव है.

झारखंड में रांची, खूंटी, बोकारो, धनबाद, चतरा, पश्चिमी सिंहभूम, गिरीडीह, गढ़वा, पूर्वी सिंहभूम, हजारीबाग, गुमला, लातेहार, पलामू, सरायकेला, सिमगेडा और लोहरदगा नक्सल प्रभावित इलाके हैं.

नक्सलियों से निपटने के लिए केंद्र सरकार लगातार राज्यों को मदद दे रही है. सिर्फ छत्तीसगढ़ को केंद्र ने साल 2017-18 में 92 करोड़ रुपए दिए. जबकि 2020-21 में ये रकम 140 करोड़ हो गई.

साल 2018 से 2022 के बीच 5 सालों में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ 398 ऑपरेशन चलाया.  जिसमें 327 नक्सलियों को मार गिराया.