वर्कप्लेस पर अपने बॉस/सीनियर या सहकर्मियों से किस तरह व्यवहार करना चाहिए,इसके कुछ तरीके होते हैं.आप दफ्तर में अपने बर्ताव की वजह से या तो संस्थान की गुड बुक में शामिल हो सकते हैं या फिर अपको नुकसान उठाना पड़ सकता है.
प्रोफेशनल बातचीत के दौरान आपको कुछ बातों का ध्यान देना होता है या यूं कहें तो कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें कभी अपने बॉस से नहीं कहना चाहिए.
आपको अपने बॉस से ये कतई नहीं कहना चाहिए कि 'यह मेरा काम नहीं है'या 'मैं बोर हो गया हूं'. इस तरह के एक्सप्रेशन से लगता है कि आपका काम में मन नहीं लग रहा है या कोई इनिशिएटिव नहीं लेना चाहते जोकि आपके प्रोफेशनल ग्रोथ के लिए नुकसानदायक है.
अगर आप अपने बॉस से ये कहते हैं कि 'ये मेरा काम नहीं है'तो इसका मतलब है कि आप अतिरिक्त जिम्मेदारी लेने के इच्छुक नहीं हैं.ऐसे में बेहतर है कि अगर आपके पास ज्यादा काम है तो आप मदद करने की इच्छा जाहिर कर सकते हैं या वर्कलोड की प्राथमिकताओं पर बात कर सकते हैं.
बिना किसी संदर्भ के या उस चीज के बारे में जाने बिना अपने बॉस से ये कहना कि 'मुझे इसके बारे में नहीं पता'इस बात का संकेत है कि आपके भीतर कुछ नया करने या सीखने या फिर किसी समस्या का हल निकालने की क्षमता का अभाव है.ऐसे मामले में बेहतर होगा कि आप अपने बॉस को ये कह सकते हैं कि आप उस चीज के बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं या फिर ये भी कह सकते हैं कि उस चीज के बारे में अगर फिर से बताया जाए तो बेहतर होगा.
आपके सामने कोई ऐसा टास्क भी आ सकता है जिसे पूरा करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है.ऐसे में कुछ विकल्प सुझाने की जगह,अपने बॉस से सीधे ये कह देना कि 'मैं ये काम नहीं कर सकता'बेहद ही गैर-जिम्मेदाराना रवैया है.
अपने बॉस से ये भी कभी नहीं कहना चाहिए कि 'मैं अपने काम से ऊब गया हूं'.इससे ऐसा लगता है कि आपका मन काम में नहीं लग रहा है.अगर वाकई आपको दिक्कत है तो अपने लिए कुछ और जिम्मेदारियां या प्रोफेशनल डेवलपमेंट के मौके दिए जाने की इच्छा जाहिर कर सकते हैं जिससे आप मोटिवेटेड फील कर सकें.
किसी दिन अपने बॉस से एकाएक जाकर ये कहना कि आज मुझे दफ्तर से जल्दी निकलना है आपके गैर पेशेवर रवैये को दर्शाता है.आपके ऐसा करने से बॉस के दिमाग में ये बात बैठ सकती है कि आप गैर-जिम्मेदार इंसान हैं. ऐसे में बेहतर होगा कि अपने शेड्यूल में बदलाव की बात समझदारी से अपने बॉस के सामने रखें और जरूरी होने पर इजाजत मांगें.
कुछ कर्मचारियों को अपने साथ काम करने वाले लोगों से कुछ दिक्कत होती है.वो कुछ लोगों के साथ काम करना नहीं चाहते.ऐसे में अपने बॉस से ये कहना कि 'मैं अमुक साथी के संग काम नहीं कर सकता'आपके करियर के लिए नुकसानदायक हो सकता है. इस तरह के मसले को पेशेवर तरीके से हैंडल करने की जरूरत होती है.
वर्कलोड को प्रभावी तरीके से मैनेज करना भी एक कला है. अगर आप किसी काम को अधूरा छोड़ देते हैं या कर ही नहीं पाते तो बॉस से ये कहना कि 'मैं बहुत व्यस्त था'सही तरीका नहीं है.