बिमल पटेल ने ही काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को भी डिजाइन किया है. उनका पूरा नाम बिमल हसमुख पटेल है. उन्हें शहरी डिजाइन और योजना का एक्सपर्ट माना जाता है.
बिमल पटेल को उनके काम के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. साल 2019 में बिमल पटेल को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
बिमल मौजूदा समय में अहमदाबाद में सेंटर फॉर एनवायरमेंटल प्लानिंग एंड टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय के अध्यक्ष हैं. बिमल साल 2012 से इस विश्वविद्यालय का नेतृत्व कर रहे हैं.
इसके अलावा वह एचसीपी डिजाइन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के प्रमुख भी हैं, जिसकी स्थापना उनके पिता हसमुख सी पटेल ने 1960 में की थी.
बिमल पटेल ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट जेवियर्स हाई स्कूल, अहमदाबाद से की है. बिमल ने 1984 में CEPT,अहमदाबाद से आर्किटेक्चर में डिप्लोमा प्राप्त किया.
बिमल 1990 में अपने पिता हसमुख पटेल की कंपनी से जुड़ गए. 1996 में, बिमल ने एनवायरनमेंटल प्लानिंग कोलैबोरेटिव (ईपीसी) की स्थापना की, जो एक गैर-लाभकारी परामर्श और नीति-अनुसंधान संगठन है.
बिमल पटेल की एचसीपी डिजाइन्स ने सेंट्रल विस्टा परियोजना के लिए परामर्श बोली जीती थी. उनकी फर्म को नई संसद सहित महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए परामर्श सेवाओं के लिए 229.75 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा.
पटेल की फर्म द्वारा दी जाने वाली सेवाओं में परियोजना के लिए मास्टर प्लान तैयार करना और इसमें शामिल संरचनाओं का डिजाइन, लागत अनुमान, यातायात एकीकरण, पार्किंग सुविधाएं और परिदृश्य शामिल हैं.