भारत के इस शहर में रहने के लिए नहीं पड़ती पैसों की जरूरत

हम आपको एक ऐसे अनोखे शहर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर लोग कोई भी धर्म नहीं मानते हैं.

न ही पैसों का लेनदेन करते हैं और न ही किसी सरकार का यहां पर शासन है. चलिए जानते हैं इस शहर के बारे में.

ऑरोविले नामक ये जगह चेन्नई शहर से केवल 150 किलोमीटर दूर है. इस जगह को सिटी ऑफ डॉन यानी भोर का शहर भी कहा जाता है.

इस शहर को बसाने के पीछे सिर्फ एक ही मकसद रहा था. यहां पर लोग जात-पात, ऊंच-नीच और भेदभाव से दूर रहें.

यहां कोई भी इंसान आकर बस सकता है लेकिन इसके लिए एक शर्त रखी गई है. शर्त सिर्फ इतनी सी है कि उसे एक सेवक के तौर पर यहां रहना होगा.

मीरा अल्फाजों जिन्होंने इस शहर की स्थापना की वह श्री अरविंदो स्प्रिचुअल रिट्रीट में 29 मार्च 1914 को पुदुच्चेरी आई थी.

इस शहर में करीबन 50 देशों के लोग रहते हैं. इस शहर की आबादी तकरीबन 24000 है. यहां पर एक भव्य मंदिर भी है.