भगवान परशुराम को विष्णुजी का छठवां अवतार माना जाता है. मान्यता है कि ये अजर अमर हैं. ये अभी भी सशरीर धरती पर मौजूद हैं.
राजा बलि को लेकर भी मान्यता है कि वो भी अजर अमर हैं. उन्हें भगवान विष्णु से पाताल लोक में सदा अमर रहने का वरदान मिला था.
मान्यता है कि ऋषि मार्कंडेय ने तप कर शिवजी को प्रसन्न किया और महामृत्युंजय मंत्र सिद्धि के कारण चिरंजीवी बन गए.
मान्यता है विभीषण भी अमर हैं. रावण के वध के बाद प्रभु श्रीराम ने विभीषण को लंका का राजा बनाने के साथ अमरत्व का वरदान दिया था.
वेदव्यास जी ने महाभारत लिखी थी. पौराणिक मान्यता है कि महर्षि वेदव्यास को कलिकाल के अंत तक जीवित रहने का वरदान है.
अश्वत्थामा एक श्राप के कारण अमर है. भगवान श्रीकृष्ण ने उसे अनंतकाल तक पृथ्वी पर भटने का श्राप दिया था.
ऋषि कृपाचार्य को भी अमर रहने का वरदान प्राप्त है.
हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार बताया जाता है. इन्हें भी अमरत्व का वरदान प्राप्त है.
भगवान श्रीराम ने बजरंगबली को वरदान दिया था कि जबतक धरती पर मेरा नाम रहेगा तब तक आप भी पृथ्वी पर विराजमान रहेंगे.