1 अप्रैल 2023 से कोई भी ज्वैलर्स बिना हॉलमार्क टैग के सोना नहीं बेच सकेंगे.
अब सोने पर एक कोड दर्ज होगा यानी हर सोने की ज्वेलरी को मिलेगा यूनिक नंबर.
जैसे आधार कार्ड पर 12 अंकों का कोड होता है, उसी तरह से सोने पर 6 अंकों का हॉलमार्क कोड होगा.
इसे हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर यानी HUID कहते हैं.
ये नंबर अल्फान्यूमेरिक यानी कुछ इस तरह से हो सकता है- GT6382
धोखाधड़ी से बचने या कोई कम शुद्धता वाला सोना ना ख़रीद ले, इस वास्ते ये पहल की जा रही है.
अब यूनिक नंबर होने की वजह से हॉलमार्क वाले सोने की पहचान आसान हो जाएगी.
सोने की क्वालिटी कितने कैरेट की है, इसकी गारंटी ग्राहकों को दी जाएगी.
यूनिक नंबर मिलने से अब सोना या उससे बने गहने को ट्रेस करना भी आसान हो जाएगा.
भारत दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है. पहले नंबर पर चीन है.