27 साल के हुए धीरेंद्र शास्त्री, जानें कैसे बीता था उनका बचपन

4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर में जन्मे पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बचपन गरीबी में बीता था.

एक कच्चे मकान में उनका पूरा परिवार रहता था. उनके मां का नाम श्रीमति सरोज और उनके पिता का नाम पंडित श्री रामकृपाल गर्ग है.

वो बचपन से काफी होशियार थे. उनकी शुरुआती शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल में हुई. उनके पिता पुरोहित गिरी के जरिए अपना परिवार चलाते थे.

जब गांव में इनके परिवार के चाचा और कुछ लोगों ने पुरोहित गिरी का काम आपस में बांट लिया तो  परिवार आर्थिक संकट से घिर गया.

बचपन से ही धीरेंद्र शास्त्री लोगों को प्रभावित करने में माहिर हो गए थे. वो कम उम्र में ही गांव में लोगों के बीच बैठकर कथा सुनाने लगे थे.

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की मानें तो उन्होंने 8-9 वर्ष से ही बागेश्वर बालाजी की सेवा शुरू कर दी थी.

जब वो 12-13 वर्ष के थे तो उन्हें यह अनुभव होने लगा कि उनपर बागेश्वर बालाजी की विशेष कृपा है. साल 2009 में उन्होंने अपनी पहली भागवत कथा सुनाई थी.

कुछ वक्त से धीरेंद्र शास्त्री काफी प्रसिद्ध हो गए. इसके पीछे सोशल मीडया का अहम योगदान रहा है.

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शहरों में जा-जाकर श्रीराम कथा के साथ अपना दिव्य चमत्कारी दरबार लगाते हैं.