इन जगहों पर नहीं जलता रावण का पुतला

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नवरात्रि के बाद दसवें दिन विजयादशमी का त्योहार मनाया जाता है. इसे हम दशहरा के रूप में जानते हैं.

दशहरे पर रावण का पुतला जलाया जाता है लेकिन भारत में कई जगह हैं जहां रावण का पुतला नहीं जलाया जाता है.

भारत में कुछ जगहें हैं जहां दशहरा पर रावण की पूजा की जाती है. आइए इन जगहों के बारे में जानते हैं.

1. मध्य प्रदेश के मंदसौर में रावण को पूजा जाता है. कहा जाता है कि मंदसौर का असली नाम दशपुर था. ये जगह रावण की पत्नी मंदोदरी का मायका था इसलिए रावण को यहां दमाद माना जाता है.

2. मध्य प्रदेश के उज्जैन के चिखली गांव में भी रावण की पूजा होती है. मान्यता है कि रावण की पूजा नहीं करने पर यह गांव जल कर भस्म हो जाएगा.

3. महाराष्ट्र के अमरावती में एक जगह है, गढ़चिरौली. यहां पर रावण को भगवान के रूप में पूजा जाता है. आदिवासी समुदाय रावण को अपना बेटा मानता है.

4. यूपी के बिसरख में रावण का मंदिर बना है. इस मंदिर में रावण की पूजा होती है. माना जाता है कि बिसरख गांव रावण का ननिहाल था.

5. हिमाचल प्रदेश के कागंड़ा जिले के बैजनाथ में भी रावण की पूजा की जाता है. पौराणिक कथा के अनुसार, रावण ने यहां भगवान शिव की तपस्या की थी.

6. राजस्थान के जोधपुर में रावण का एक मंदिर है. यहां पर कुछ लोग रावण को अपना वंशज मानते हैं. वे लोग ही रावण की पूजा करते हैं.

7. कनार्टक में मालवल्ली तालुका में रावण का मंदिर है. यहां लोग रावण को पूजते है. कनार्टक के ही कोलार में शिव भक्त के रूप में रावण की पूजा होती है.

8. यूपी के जसंवतनगर में भी दशहरे पर पहले रावण की पूजा की जाती है. फिर पुतले के टुकड़े किए जाते हैं. इसके बाद लोग रावण के टुकड़ों को घर ले जाते हैं और तेरहवें दिन रावण की तेरहवीं करते हैं.