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तुलसी का पौधा घर में सिर्फ हरियाली के लिए नहीं लगाया जाता, बल्कि यह हमारी धार्मिक आस्था से भी जुड़ा है.
घर में तुलसी का हरा-भरा पौधा होना बेहद शुभ माना जाता है. आयुर्विज्ञान में इसे औषधि का दर्जा दिया गया है. यह सेहत के लिए भी बेहद लाभकारी है.
तुलसी ही नहीं, किसी भी पौधे को अच्छे से उगाने के लिए हमेशा सही मिट्टी का उपयोग करें. कभी भी बहुत ज्यादा कंकड़ पत्थर वाली मिट्टी का उपयोग न करें. मिट्टी में गोबर की खाद जरूर मिलाएं.
तुलसी के पौधे में ज्यादा पानी देना नुकसानदायक है तो कम पानी देना भी हानिकारक है. दरअसल, इस पौधे को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है.
तुलसी लगाने के लिए हमेशा सही गमले का उपयोग करें. कोशिश करें कि इसे हमेशा चौड़े और गहरे गमले में ही लगाएं.
गमले के नीचे अतिरिक्त पानी निकलने के लिए छेद जरूर छोड़ें. जिससे जड़ें सड़े नहीं और उन्हें पनपने की पूरी जगह मिल सके.
तुलसी का पौधा सामान्य तापमान में अच्छे से पनपता है. आप इसे घर में ऐसी जगह रखें जहां पांच से छह घंटे ही धूप आती हो.
तुलसी का पौधा सूखने का एक मुख्य कारण है कीड़े और बैक्टीरिया. ऐसे में आप समय समय पर इसकी जड़ों और पत्तियों पर जैविक दवाइयों का छिड़काव करें.
तुलसी के पौधे की समय समय पर छटाई करें. पौधों में लगे सूखे फूल और पत्तियों को हटाते रहेंइससे पौधा और घना होगा और इसमें नई शाखाएं भी आएंगी.