पीएम मोदी ने साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति को गिफ्ट की बीदरी शिल्प की सुराही
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा को मशहूर बीदरी शिल्प की सुराही गिफ्ट की.
आपको बता दें कि बीदरी शिल्प एक प्रसिद्ध धातु हस्तकला है जिसकी शुरूआत कर्नाटक के बीदर से हुई थी.
यह शिल्पकला 500 साल पुरानी है और माना जाता है इसकी उत्पत्ति 14वीं शताब्दी ईस्वी में बहमनी सुल्तानों के शासनकाल के दौरान हुई थी.
इस खास शिल्पकला से बने बर्तनों को 'बिदरीवेयर' नाम से जाना जाता है. इस बर्तन पर एक खास तरह की कारीगरी की जाती है.
बताया जाता है कि बिदरी की सुंदर शिल्पकला का उद्गम फारस में हुआ था और इसका विकास बीदर में हुआ.
बिदरी आर्ट फॉर्म को "कोफ्तागिरी" के रूप में जाना जाता है. कोफ्तागिरी अलंकरण की एक तकनीक है जिसमें लोहे की वस्तुओं पर सोने या चांदी की परत चढ़ी होती है.
बिदरी कला में, जस्ता और तांबे के मिश्र धातु से बनी वस्तुओं को सजाने के लिए चांदी, सोना या पीतल को मढ़ा या जड़ा जाता है.
दक्खन क्षेत्र में बहमनी (1347-1527 ई.) और बारिदी (1489-1619 ई.) सल्तनत शासन के दौरान इस कला का विकास हुआ था.