दिन बना देंगे राहत इंदौरी के ये शेर

राहत इंदौरी अपने शब्दों से जादू बुनने के लिए जाने जाते थे और आज भी उनकी शायरी रूह को छू लेती है.

उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो 
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है

-राहत इंदौरी

दोस्ती जब किसी से की जाए 
दुश्मनों की भी राय ली जाए 

-राहत इंदौरी

आँख में पानी रखो होंठों पे चिंगारी रखो 
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो

-राहत इंदौरी

हम से पहले भी मुसाफ़िर कई गुज़रे होंगे 
कम से कम राह के पत्थर तो हटाते जाते 

-राहत इंदौरी

घर के बाहर ढूँढता रहता हूँ दुनिया 
घर के अंदर दुनिया-दारी रहती है

-राहत इंदौरी

वो चाहता था कि कासा ख़रीद ले मेरा 
मैं उस के ताज की क़ीमत लगा के लौट आया

-राहत इंदौरी

हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते हैं 
मोहब्बत की इसी मिट्टी को हिंदुस्तान कहते हैं

-राहत इंदौरी