लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का जन्म 5 जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया जिले के शहरबन्नी में हुआ था.
देश के प्रमुख दलित नेताओं में उनका नाम शुमार था. वह ऐसे नेता थे जिन्होंने सरकारी नौकरी छोड़कर 'सरकार' ही बनना तय किया था.
रामविलास पासवान एक एकमात्र ऐसे केंद्रीय मंत्री थे जिन्होंने छह प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया था.
2014 में मोदी सरकार में शामिल होने से पहले पासवान ने वीपी सिंह, एचडी देवगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह की सरकार में काम किया.
राजनीतिक करियर की शुरुआत उन्होंने संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के सदस्य के रूप में की थी और 1969 में बिहार विधानसभा के लिए चुने गए थे.
पासवान 9 बार लोकसभा सांसद और 2 बार राज्यसभा सांसद रहे थे.
देश में इमरजेंसी का विरोध करने वाले नेताओं में पासवान भी शामिल थे और उन्हें जेल जाना पड़ा था.
लंबी बीमारी के बाद रामविलास पासवान का 74 साल की उम्र में 8 अक्टूबर 2020 को निधन हो गया था.
2021 में राम विलास पासवान को पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया था.