राजस्थान में एक से बढ़कर एक महल और किले आप देख सकते हैं. बहुत से महलों को अब होटलों में भी बदल दिया गया है.
जयपुर में स्थित रामबाग पैलेस होटल भी इसका एक उदाहरण है. यह शहर के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है.
इस पैलेस की अद्भुत खूबसूरती को देखते हुए कई लोग इसे 'जयपुर का गहना' भी कहते हैं. मध्यकाल में निर्मित यह महल इतिहास और बेहतरीन संरचना के लिए पूरे विश्व भर में विख्यात है
कहा जाता है कि रामबाग पैलेस का निर्माण उस समय की रानी की चहेती दासी नौकरानी केसर बरदान के लिए साल 1835 के आसपास करवाया गया था.
हालांकि, बाद में इसे एक महल में तब्दील कर दिया गया और इसे जयपुर के महाराजा राजा सवाई मान सिंह द्वितीय के निवास स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जाने लगा.
बलुआ पत्थर और संगमरमर से तैयार रामबाग पैलेस उस समय के अद्भुत कला का एक बेहतरीन नमूना है. इस महल को बनाने के लिए कई जगह लकड़ी का भी इस्तेमाल किया गया है.
कहा जाता है 1938 में महाराजा ने गायत्री देवी से शादी करने के बाद इस महल का नवीकरण किया था और उस नवीकरण का नाम 'स्वीट डिजाइन' यानि 'महारानी सूट' रखा गया था.
भारत की स्वतंत्रता के बाद महाराजा सवाई मान सिंह ने रामबाग पैलेस को गवर्नर हाउस के रूप में बनाया और बाद में साल 1957 के आसपास मान सिंह द्वितीय ने इसे एक होटल में तब्दील कर दिया.
इस पैलेस में कई कई दरबार हॉल, स्विमिंग पूल, पुस्तकालय, बिलियर्ड रूम आदि शामिल है. महल में कई लक्ज़री कमरे भी हैं. आज यह दुनिया के सबसे अलीशान होटलो में से एक है.