मरते वक्त रावण ने लक्ष्मण को बताए थे ये बड़े रहस्य

जब राम और रावण के बीच युद्ध हुआ तो रावण की हार हुई. रावण मरणासन्न अवस्था में था. तब भगवान राम से लक्ष्मण को रावण ने शिक्षा लेने को कहा.

रावण ने मरने से पहले लक्ष्मण को जो बातें बताई, वह आज भी हर किसी को जरूर जाननी चाहिए.

रावण लक्ष्मण को ज्ञान देते हुए कहते हैं कि किसी भी शुभ या अच्छे काम के लिए देरी नहीं करनी चाहिए.

वहीं, अशुभ काम के लिए जितना मोह वश करना पड़े उसे उतना टालने का प्रयास करना चाहिए.

अपनी शक्ति और पराक्रम में इतना घमंड नहीं करना चाहिए या इतना अधिक अंधा नहीं होना चाहिए कि शत्रु तुच्छ लगने लगे.

रावण ने कहा कि मुझे ब्रह्मा जी से वरदान मिला था कि मानव और वानर के अलावा कोई मुझे नहीं मार सकेगा.

लेकिन इसके बावजूद मैंने इन्हें तुच्छ मान लिया और यही मेरी सबसे बड़ी भूल थी, जिस कारण आज मैं मरणासन्न अवस्था में पड़ा हूं.

अपने शत्रु और मित्र के बीच पहचान करने की समझ होनी चाहिए. कई बार हम शत्रु को अपना मित्र समझ लेते हैं, जोकि बाद में हमारे शत्रु साबित होते हैं.

अपने जीवन के गूढ़ रहस्यों के बारे में किसी को भी नहीं बताना चाहिए. फिर चाहे वह आपका कितना भी सगा क्यों न हो.

क्योंकि विभीषण जब लंका में था तब वह मेरा शुभेच्छु था और जब वह राम की शरण में गया तो मेरे ही विनाश का कारण बन गया.