चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व शक्ति, समृद्धि और साधना का प्रतीक है. यह समय मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है.
इस दौरान अगर कोई व्यक्ति किसी कारणवश विधिवत पूजन नहीं कर पा रहा है, तो सिर्फ सच्चे मन से मंत्र जाप कर भी अपने जीवन में बड़ी सफलता हासिल कर सकता है.
अगर आपने कड़ी मेहनत के बावजूद सफलता का स्वाद नहीं चखा है, तो नवरात्रि में “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” मंत्र का जाप करें.
यह मंत्र सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करके करियर की दिशा में नई राह खोलता है.
कला या रचनात्मक क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए “ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः” मंत्र विशेष लाभदायक है.
यह मंत्र मां सरस्वती की कृपा पाने का सरल साधन है, जो रचनात्मकता को प्रखर बनाता है.
यदि मानसिक शांति की कमी है, या लगातार चिंताओं से घिरे रहते हैं तो गायत्री मंत्र “ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं…” का जाप करें. यह न केवल मन को शांत करता है बल्कि बुद्धि को भी सशक्त बनाता है.
जो लोग लगातार नकारात्मक विचारों से परेशान रहते हैं, उन्हें “ॐ दुं दुर्गायै नमः” का जाप अवश्य करना चाहिए. यह आत्मबल और सकारात्मक ऊर्जा को जागृत करता है.
वहीं जो जातक आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं, उनके लिए “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र वरदान साबित हो सकता है. मां लक्ष्मी की कृपा से धन और समृद्धि स्वत: ही जीवन में प्रवेश करती है.