क्या है कपल थेरेपी? किन पार्टनर्स को लेनी चाहिए

किसी भी रिश्ते को बेहतर ढंग से निभाने के लि उसे समय देना पड़ता है. अगर आप समय नहीं देंगे तो दूरी बढ़ती जाएगी.

शादीशुदा जिंदगी की बात करें तो एक समय के बाद कपल्स के बीच मनमुटाव होने लगता है. एक दूसरे को समय ना देना इसका मुख्य कारण है.

इसकी वजह से पति-पत्नी के बीच गलतफहमियां हो जाती हैं और तनाव बढ़ जाता है.

अगर आप या आपका कोई खास इस दौर से गुजर रहा है तो ऐसे में कपल थेरेपी आपकी मदद कर सकती है. आइए जानते हैं कैसे और क्या है ये?

इस दौरान एक्सपर्ट या काउंसलर कपल से बात करते हैं. वो दोनों के बीच कम्युनिकेशन को सपोर्ट करते हैं ताकि गलतफहमियों को कम किया जा सके.

आमतौर पर यह बिगड़े रिश्ते को सुधारने का जरिया है. इसकी मदद से कपल्स के बीच कम्युनिकेशन, सेक्स लाइफ से रिलेटेड दिक्कतें आदि को दूर किया जाता है.

अगर कपल्स के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा होने लगे, बातें छिपाना शुरू हो जाए या आपको एक-दूसरे की कंपनी पसंद न आ रही है तो आपको इसकी जरूरत है.

इसके अलावा रिश्ते में बोरियत फील करने लगें, सेक्स लाइफ खराब हो रही हो तो आपको कपल थेरेपी की जरूरत हो सकती है.

कई बार यह गलतफहमियां और छोटी-छोटी बातें तलाक तक पहुंच जाए तो कपल थेरेपी की मदद से कड़वाहट दूर की जा सकती है.