अंबानी ने लिया इतिहास का सबसे बड़ा कॉरपोरेट लोन 

एशिया के सबसे अमीर बिजनेस  मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कॉरपोरेट इतिहास का सबसे बड़ा सिंडिकेट लोन लिया है. 

RIL और जियो ने बैक टू बैक फॉरेन करेंसी लोन के तौर पर 5 अरब डॉलर का लोन लिया है.

रिलायंस ने 55 बैंकों से 3 अरब डॉलर और जियो ने फिर से 18 ताइवानी बैंकों से 2 अरब डॉलर का अतिरिक्त लोन लिया है.

कर्ज देने वाले बैंकों में बैंक ऑफ अमेरिका, HSBC, MUFG, Citi, SMBC, Mizuho (मिज़ूहो), अबू धाबी बैंक और Credit Agricole जैसे वैश्विक दिग्गज शामिल हैं. 

कैसे मिला इतना बड़ा लोन?दरअसल रिलायंस, देश की मार्केट कैप के लिहाज से सबसे बड़ी कंपनी है. कंपनी का कर्ज चुकाने के मामले में ट्रैक रिकॉर्ड बेहद शानदार है. 

साथ ही रिलायंस ग्रुप भारत से सबसे ज्यादा मांग वाले क्रेडिट में से एक है. इस कंपनी का आखिरी सिंडिकेट लोन 2020 में पूरा हुआ था, जो करीब 1.45 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था. 

इसलिए बैंकों ने एशियाई लोन मार्केट के हिसाब से काफी बड़ा और असमान्य बेहद आसानी से दे दिया.

अंबानी इस लोन से करेंगे क्या?लोन से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल रिलायंस इंडस्ट्रीज खास तौर पर कैपिटल एक्सपेंडिचर के खर्चों को कम करने के लिए करेगी. यानि की जमीन, मशीनरी, इमारत, और संपत्ति जैसे खर्चों पर बचत करेगी.  जबकि Jio अपने राष्ट्रव्यापी 5G नेटवर्क रोलआउट के लिए इन पैसों का इस्तेमाल करेगी. 

रिलायंस Jio ने पिछले साल भी कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए 750 मिलियन अमेरिकी डॉलर का पंचवर्षीय न्यू-मनी क्लब लोन हासिल किया था. 

रिलायंस Jio ने पिछले साल भी कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए 750 मिलियन अमेरिकी डॉलर का पंचवर्षीय न्यू-मनी क्लब लोन हासिल किया था. 

5जी एक्सपेंशन का अपना प्लान तेजी से बढ़ा रही है. कंपनी का फोकस टेलिकॉम नेटवर्क प्रोडक्ट्स और ग्राहकों तक क्वालिटी पहुंचाना है. ऐसे में इस फंड के इस्तेमाल से बेहतर क्वालिटी पर काम किया जा सकेगा.