सावन माह का सोमवार भोले शंकर को अतिप्रिय होता है. इस दिन पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
इस साल सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को है. इस दिन गजकेसरी योग, शुक्र योग, लक्ष्मी नारायण योग, बुधादित्य जैसे राजयोग बनेंगे.
सावन के पहले सोमवार को रुद्राभिषेक का शुभ मुहूर्त प्रात: काल से लेकर शाम 06 बजकर 43 मिनट तक है.
सावन के सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ वस्त्र धारण करें.
भगवान शिव और माता पार्वती के सामने सावन सोमवार की पूजा और व्रत का संकल्प लें. सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें फिर शिव मंदिर जाएं.
शिव मंदिर घर से नंगे पैर जाएं और घर से ही लोटे में जल भरकर ले जाएं. मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें. वहीं पर खड़े होकर शिव मंत्र का 108 बार जाप करें.
पूर्व या उत्तर दिशा में मुंह कर के ही पूजा करें. बिल्व पत्र पर जो चिकनाहट वाला भाग होता है वही शिवलिंग पर चढ़ाएं.
सावन के सोमवार को शिवलिंग पर जल, दूध, चीनी, केसर, इत्र, दही, घी, चंदन, शहद, भांग आदि अर्पित करें.
शाम को भगवान शिव की आरती करें और भोग लगाएं. भगवान शिव का अधिक से अधिक ध्यान करें.