लोग अक्सर दुकानों से सामान खरीदने की बजाय मॉल जाना पसंद करते हैं.
मॉल में उन्हें एक ही जगह पर सभी चीजें मिल जाती हैं. लेकिन मॉल के बारे में कई ऐसी चीजें हैं जिनके बारे में आप नहीं जानते हैं.
बड़े शॉपिंग कार्ट्स इसलिए होते हैं ताकि आप ज्यादा से ज्यादा सामान खरीद पाएं.
एमआईटी के एक अध्ययन के मुताबिक, सेल का साइन डिमांड को बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है.
स्टडी के मुताबिक, मॉल में रंग का भी बहुत प्रभाव पड़ता है. इसलिए खुदरा विक्रेताओं के बाहर इन रंगों में साइनेज और लाइट दिखती है.
क्लीयरेंस सेक्शन में ऐसी चीजें रखी जाती हैं जिनकी आपको जरूरत नहीं होती है, लेकिन फिर भी आप उन्हें खरीदते हैं.
ज्यादातर लोग राइट डोमिनेंट होते हैं. स्टोर में एंट्री करते हुए अधिकतर गाहक दाईं ओर मुड़ते हैं. जहां सबसे महंगे सामान रखे जाते हैं.
मॉल में फ्री कॉफी और चॉकलेट ग्राहक को कम्फर्ट देने के लिए होते हैं. ऐसे में आप ज्यादा खरीदारी करते हैं.
वे आइटम जो रिटेलर हटाना चाहते हैं उन्हें अक्सर ऑय-लेवल पर रखते हैं. इसमें खिलौने आदि हो सकते हैं.
मॉल में धीमा म्यूजिक बजाया जाता है. इससे ग्राहक कम्फर्ट महसूस करते हुए वहां ज्यादा समय तक घूमते हैं और खरीदारी करते हैं.
मॉल में हर कीमत सिर्फ 99 या 999 क्यों होती है? इसे "लेफ्ट-डिजिट इफेक्ट" कहते हैं. आपको लेफ्ट डिजिट वाली चीज सस्ती लगती है. इसलिए हम उसे खरीद लेते हैं.