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भारत में सावन का महीना धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है.
इस महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से सुहागिनों को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
इस दौरान हरे रंग के वस्त्र और चूड़ियों के पहनने का विशेष महत्व है. हरा रंग हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, मानसिक शांति, बुद्धिमत्ता और स्थिरता लाता है.
इस महीने में हरा रंग पहनकर हम भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपनी आस्थाओं को और मजबूत बना सकते हैं.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हरा रंग भगवान शिव का प्रिय रंग है. हरा रंग प्रकृति का प्रतीक है और प्रकृति, देवी पार्वती का ही स्वरूप है.
सावन के महीने में हरियाली तीज का त्योहार भी मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं हरे रंग के कपड़े पहनती हैं और मेहंदी लगाती हैं. हरा रंग नई शुरुआत, प्रसन्नता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है.
वहीं, ज्योतिष में हरे रंग को बुध ग्रह से संबंधित माना जाता है. बुध ग्रह बुद्धिमत्ता, व्यापार, संचार और जीवन में सामंजस्य का कारक होता है.
सावन के महीने में हरा रंग पहनने से बुध ग्रह की सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे हमारी बुद्धिमत्ता और मानसिक स्थिरता में वृद्धि होती है.
सावन के महीने का गहरा संबंध चंद्रमा से है. हरा रंग चंद्रमा की ऊर्जा को संतुलित करता है और हमारे मन को शांत और स्थिर रखता है.