नेपाल के मधेश प्रदेश की राजधानी जनकपुर के लोगों को मानना है कि यही जगह सीता की जन्मस्थली है.
वाल्मीकि रामायण में भी सीता के जन्म और शादी के स्थान के तौर पर जनकपुर का जिक्र मिलता है.
राजा जनक मिथिला के राजा थे. इसी वजह से सीता को मैथिली भी कहा जाता है.
चूंकि जनकपुर में मैथिली बोलने वाले लोग काफी ज्यादा हैं, जिनकी आस्था सीता-राम पर है, तो ये भी संकेत है कि सीता यहां की बेटी रही होंगी.
नेपाल के लोग देवी सीता को नेपाल की बेटी मानते हैं क्योंकि वहां के जनकपुर में सीता जी के नाम पर जानकी मंदिर है.
वहीं, बिहार के सीतामढ़ी को उनकी जन्मस्थली माना जाता है. माना जाता है कि सीतामढ़ी का पुनौरा गांव वो जगह है, जहां सीता भूमि जोतने के दौरान राजा जनक को मिली थीं.
हल का फल जिसे सीत कहते हैं उससे टकराने के कारण जमीन में दबा वो कलश मिला, जिसमें कन्या थी, इसलिए उन्हें सीता नाम मिला.
वृहद विष्णु पुराण के अनुसार सीता का जन्म जनकपुर से लगभग तीन योजन यानी 40 किलोमीटर दूर हुआ था.
नेपाल में सीता मां के कथित जन्मस्थल और भारत की इस जगह के बीच लगभग इतनी ही दूरी है. इससे भी भारत के दावे को बल मिलता है कि सीता यहां जन्मी थीं.