बिश्नोई समाज के बारे में ये 6 बातें नहीं जानते होंगे 

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बिश्नोई समुदाय भले ही आज चर्चा का केंद्र बना हुआ है, लेकिन इस समाज के बारे में जानकारी बहुत कम लोगों के बीच है.

आइए मुलतः राजस्थान के जोधपुर से आने वाले बिश्नोई समाज के बारे में जानते हैं अहम बातें:

1. बिश्नोई समुदाय की स्थापना 15वीं शताब्दी में गुरु जम्भेश्वर ने की थी, जिन्होंने 29 सिद्धांतों का प्रचार किया. 

उनके 'बीस और नौ' सिद्धांतों का पालन करने के कारण ही उन्हें बिश्नोई कहा जाता है.

2. बिश्नोई समाज के लोग विष्णु भगवान की पूजा करते हैं और शाकाहारी होते हैं.

3. बिश्नोई समुदाय को भारत के पहले पर्यावरणविद समाज के रूप में जाना जाता है. 

वे वन्यजीवों की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए प्रसिद्ध हैं.

4. 4. बिश्नोई महिलाएं छोटे जानवरों को अपना दूध पिलाती हैं, जो उनकी संरक्षण भावना को दर्शाता है. 

5. इस समुदाय के लिए हरे पेड़ों को काटना मना है. खासतौर पर खेजड़ी के पेड़ को बहुत महत्व दिया जाता है. 

6. बिश्नोई समाज का गांव सालवास बुनकरों का गांव है. यहां लोग प्राचीन बुनाई तकनीकों का उपयोग करके दरियां बनाते हैं.