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भारत के पूर्व-राष्ट्रपति और वैज्ञानिक, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा हैं. खासतौर पर छात्रों को उनकी मिसाल दी जाती है.
छात्रों से खास लगाव रखने वाले कलाम सर के जीवन से अगर बच्चे कुछ बातें भी सीख लें तो उनकी जिंदगी सफल हो जाएगी. आज हम आपको बता रहे हैं उनके कुछ सबक जो बच्चों को जरूर सीखने चाहिए.
"जो आप चाहते हैं अगर वह आपको नहीं मिले तो दुखी होना स्वाभाविक है. लेकिन अगर आप निश्चिंत रुप से लगातार और एकनिष्ठ होकर अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित हैं,तो आप जरुर सफल होंगे."
"सपना वह नहीं है जो आप सोते हुए देखें बल्कि सपने तो वे हैं जो आपको सोने नहीं देते."
युवाओं के लिए उनका संदेश था कि अलग ढंग से सोचने का साहस रखें, आविष्कार करने का साहस रखें, अनछुए रास्ते पर चलने का साहस रखें, असंभव की खोज करने का साहस रखें और समस्याओं पर विजय प्राप्त करके सफल हों.
"अगर आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं तो पहले सूरज की तरह जलना होगा."
कलाम सर का कहना था कि एक्टिव रहिए! जिम्मेदारी लीजिए! जिन चीज़ों पर आप विश्वास करते हैं उनके लिए काम करें. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आप अपना भाग्य दूसरों को सौंप रहे हैं.
कलाम सर का कहना था कि राष्ट्र के सबसे अच्छे दिमाग कक्षा की आखिरी बेंचों पर पाए जा सकते हैं. उनका मानना था कि भारत के हर छात्र में भारत को एक विकसित राष्ट्र में बदलने की क्षमता है, चाहे उसकी वर्तमान परिस्थितियां कैसी भी हों.
कलाम सर हमेशा जरूरतमंदों की मदद करने का संदेश देते थे. उनका मानना था कि सबको अपना हाथ किसी न किसी की मदद के लिए आगे बढ़ाना चाहिए.