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अक्सर देखा जाता है कि बच्चों को रात में पढ़ने की आदत होती है, दिन से ज्यादा वे रात में मन लगा कर पढ़ पाते हैं.
देर रात तक पढ़ाई करके अगले दिन का पेपर भी उनका काफी अच्छा जाता है और एग्जाम में मार्क्स भी अच्छे आते है.
रात के समय शांत वातावरण होता है. जिसके कारण एकाग्रता से पढ़ाई की जा सकती है.
कोई डिस्टर्बेंस के ना होने से फोकस बढ़ता है. चीज़ें गहराई से समझ में आती हैं और कठिन विषय समझने में भी आसानी लगती हैं.
रात के समय ऑनलाइन स्टडी मटेरियल मिलना भी आसान होता है जो दिन में समय ज्यादा इंटरनेट ट्रैफिक के कारण बहुत बार नहीं मिल पाता है.
सोने से पहले किया हुआ काम हमें लंबे समय तक ध्यान रहता है. वहीं, रात में सोने से पहले पढ़ाई करने से याददाश्त मज़बूत होती है.
कुछ छात्र सिर्फ रात में ही क्रिएटिव हो पाते है. जो उनकी कुछ अलग और नया सोचने की शमता को तो बढ़ाता ही है साथ ही परेशानियों से लड़ने के अलग तरीकों से रूबरू भी कराता है.
रात में पढ़ना बच्चों को एक अलग स्पेस भी देता है, जैसे कब ब्रेक लें, कितना कहां से पढ़े. जिससे वे बिना किसी प्रेशर के अच्छा पढ़ पाते है.
ठंडा वातावरण होने के कारण, ध्यान लगाने में मदद मिलती है और स्ट्रेस भी कम होता हैं.