यूपी के 4 सबसे बड़े माफिया के अंत की कहानी

यूपी के 4 सबसे बड़े माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला, मुन्ना बजरंगी, विकास दुबे और अतीक अहमद की कहानी खत्म हो चुकी है.

श्रीप्रकाश शुक्ला को 23 सितंबर 1998 को गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में एनकाउंटर में मार गिराया गया था.

श्रीप्रकाश शुक्ला ने यूपी के सीएम कल्याण सिंह को मारने की सुपारी ली थी. इसके बाद एसटीएफ ने जाल बिछाया और शुक्ला को ढेर कर दिया.

शुक्ला पर विधायक वीरेंद्र शाही से लेकर कई लोगों की हत्या का आरोप था. शुक्ला के एनकाउंटर प्लान को अंजाम देने में एक करोड़ रुपए खर्च हुए थे.

10 जुलाई 2020 को खूंखार बदमाश विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. पुलिस की गाड़ी पलटने के बाद विकास भागने की कोशिश कर रहा था.

विकास दुबे ने 3 जुलाई को कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसवालों को मार दिया था. इसके बाद एसटीएफ ने पूरे गैंग का खात्मा कर दिया था.

प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की 9 जुलाई 2018 को यूपी के बागपत जेल में हत्या कर दी गई. बजरंगी को 10 गोलियां मारी गई थी.

मुन्ना बजरंगी पर विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप था. मुन्ना मुख्तार अंसारी गैंग का शूटर था.

प्रयागराज में 15 अप्रैल 2023 को माफिया अतीक अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्याकांड के वक्त अतीक पुलिस कस्टडी में था.