बड़े दलित नेता कांशीराम का जन्म 15 मार्च 1934 को पंजाब के रोपड़ में हुआ था.
कांशीराम के नारों ने दलित मूवमेंट की धारा बदल दी और बीएसपी को यूपी की सत्ता तक पहुंचा दिया.
साल 1981 में कांशीराम ने ठाकुर-बनिया-बाभन छोड़, बाकी सब हैं डीएस-4 का नारा दिया था.
इस नारे ने दलितों को आकर्षित किया और दलित कांशीराम के साथ होने लगे.
दलितों के शोषण से आहत कांशीराम ने तिलक-तराजू और तलवार, इनको मारो जूते चार का नारा दिया था.
इस नारे में तिलक ब्राह्मण, तराजू वैश्य और तलवार क्षत्रिय समुदाय के लिए इस्तेमाल किया गया था.
संगठन को मजबूती देने के दौरान कांशीराम ने नारा दिया था- वोट हमारा, राज तुम्हारा... नहीं चलेगा, नहीं चलेगा.
कांशीराम ने दलित आरक्षण को लेकर एक नारा दिया था. उन्होंने कहा था कि वोट से लेंगे सीएम-पीएम, आरक्षण से लेंगे एसपी-डीएम.
साल 1984 में कांशीराम ने बीएसपी का गठन किया था. इन नारों की बदौलत बीएसपी यूपी जैसे बड़े राज्य में सत्ता में आई.