क्या आप जानते हैं कि अपने बच्चे का कुछ खास नाम रखने के लिए माता-पिता को जेल हो सकती है.
पूरी दुनिया में ऐसे कई नाम हैं जो बैन किए जा चुके हैं.
सऊदी अरब सरकार ने ऐसे 50 नामों की लिस्ट बनाई है जो उनके हिसाब से 'देश विरोधी' हैं. इनमें बिंयामीन, मल्लिका, मलक, लिंडा और माया नाम शामिल हैं.
फ्रांस में ऐसे नाम बैन हैं जिसके बारे में कोर्ट को लगता है कि उनका मजाक उड़ाया जा सकता है. इनमें न्युटिला, स्ट्रॉबेरी, डेमन, प्रिंस विलियम, मिनी कूपर शामिल हैं.
जर्मनी के रूल के हिसाब से लड़कों और लड़कियों के अलग-अलग नाम होने चाहिए. वहां मट्टी, ओसामा बिन लादेन, अडोल्फ हिटलर, कोल, स्टोम्पी नाम बैन हैं.
स्विट्जरलैंड में भी बच्चों का नाम रखने के लिए कड़े नियम हैं. यहां जुडास, शनेल, पेरिस, श्मिड्ट, मर्सीडीज नाम बैन हैं.
आइसलैंड के अल्फाबेट में c,Q और w नहीं आते. इसीलिए बच्चों के नामों में इन शब्दों का आना बैन है.
डेनमार्क सिर्फ पहले से अप्रूव नाम रखने की ही अनुमति देता है. यहां जेकब, ऐशली, एनस, मंकी, प्लूटो नाम बैन हैं.
नॉर्वे में सरनेम को पहले नाम की तरह प्रयोग करने की सख्त मनाही है. यहां हैन्सेन, युहैन्सन, ओल्सेन, हुगेन, लार्सेन नाम बैन हैं
स्वीडेन में बच्चों के मेटालिका, सुपरमैन, आइकिया, एल्विस जैसे नाम बैन हैं.
मलेशिया में जानवरों और खाने का नाम रखना मना है. इनमें चाइनीस आह च्वार (सांप), वोटी (सेक्स), खिओ खू, चाउ टोव (बदबूदार) नाम बैन हैं.
पुर्तगाल में बच्चों के निर्वाण, रिहाना, जिमी, वाइकिंग, सायोनारा नाम बैन हैं.