हर साल 15 अगस्त को भारत देश अपनी आजादी का जश्न मनाता है. लेकिन इस आजादी की खुशी के साथ बंटवारे का दर्द भी था.
भारत-पाकिस्तान, दो अलग-अलग मुल्क बने और लाखों लोगों को अपने घर से बेघर होकर दूसरी ओर जाना पड़ा.
लेकिन इस धर्म के आधार पर हुए बंटवारे में सिर्फ लोग नहीं बंटे बल्कि और भी बहुत सी चीजें बंटी थीं.
भारत ने बंटवारे के समय पाकिस्तान को 75 करोड़ रुपए देने का वादा किया था. 20 करोड़ रुपए उसी समय दिए गए लेकिन दूसरी किश्त देने से पहले ही पाकिस्तान ने भारत पर हमला कर दिया. बाद में, भारत ने पाकिस्तान से ही कुछ संपत्ति के एवज में पैसे मांग लिए.
कहा जाता है कि उस वक्त किसी एक डिक्शनरी को लेकर काफी विवाद हुआ था तो उस किताब के दो हिस्से किए गए और एक हिस्सा भारत और एक हिस्सा पाकिस्तान को दिया गया.
रेलवे को भी दो हिस्सों में बांटा गया. इसमें रेल के डिब्बे, इंजन, बुलडोजर, ट्रक आदि चीजों का बंटवारा किया गया. इस सबके साथ पगड़ी, बल्ब, पेन, लाठी, बांसुरी, मेज, कुर्सी, रायफल जैसी छोटी-छोटी चीजों का बंटवारा भी हुआ.
आजादी के बाद भारत में रह गई ब्रिटिश वायसराय की बग्गियों का बंटवारा सिक्का उछाल कर किया गया. इस दौरान 6 भारत को और 6 बग्घी पाकिस्तान को मिली.
हालांकि, बंटवारे के समय शराब को कारोबार को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ और पूरा कारोबार भारत के हिस्से में आया. क्योंकि पाकिस्तान ने इस्लामिक मुल्क होते हुए शराब की मांग ही नहीं की.