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मानसिक और शारीरिक आराम के लिए घर में बेडरूम होता है. इसका संबंध शुक्र ग्रह से जोड़ा जाता है. कुंडली का बारहवां और छठवां भाव इससे सीधा संबंध रखता है.
बेडरूम ठीक होने पर स्वास्थ्य तथा मन की समस्याओं का निवारण शीघ्र होता है. इससे घर में आर्थिक समृद्धि बनी रहती है. घर के लोगों में आपसी तालमेल बना रहता है
सामान्य रूप से बेडरूम घर के नैऋत्य कोण में होना चाहिए. अगर नैऋत्य कोण में ऐसा नहीं कर सकते तो कम से कम पश्चिम दिशा का प्रयोग करें.
अगर फ्लैट में रहते हैं तो सिर्फ सूर्य के प्रकाश का ध्यान रखें. शयन कक्ष का स्थान नियत होना चाहिए और उसे बार बार न बदलें. शयन कक्ष का रंग हल्का हरा, गुलाबी या श्वेत रखें, गाढ़े रंग से बचें.
बेडरूम में बहुत ज्यादा भारी पलंग न रखें. हल्का और उपयोगी पलंग रखें. पलंग ऐसे रखें कि उसका सिरहाना दक्षिण या पूर्व की ओर हो.
पलंग के दोनों तरफ साइड टेबल रख सकते हैं. सिरहाने बहुत सारी चीज़ें, खास तौर से इलेक्ट्रॉनिक का सामान न रखें.
बेडरूम में पानी और फूलों के चित्र लगा सकते हैं. शयन कक्ष में विवाह के समय का या परिवार के लोगों का चित्र लगायें.
बेडरूम में गंदगी न रखें. रोज वहां पर साफ़ सफाई जरूर करें. शयन कक्ष में देवी देवताओं और पूर्वजों के चित्र न लगायें. इस स्थान पर अस्त्र शस्त्र बिलकुल न रखें. अगर साथ में अटैच बाथरूम है तो बाथरूम का दरवाजा बंद रखें.
अपने बिस्तर का प्रयोग हर व्यक्ति को न करने दें. साथ ही हर व्यक्ति को अपने शयन कक्ष में प्रवेश भी न करने दें.