मेंढक दुनिया का इकलौता ऐसा जीव है जो पानी पीने के लिए मुंह का इस्तेमाल नहीं करता है.
लेकिन अगर यह अपने मुंह से पानी नहीं पीता है तो फिर कैसे पीता है? आइए यह भी जानते हैं.
मनुष्य की तरह उसे भी पानी की जरूरत होती है, ऐसे में वह चमड़ी से पानी सोखता है.
इस प्रोसेस को ऑसमोसिस कहा जाता है.
ऑसमोसिस प्रक्रिया के जरिए ही पेड़-पौधे मिट्टी में से पानी अपनी जड़ों के जरिए सोखते हैं.
ऐसे ही मेंढक भी पानी पीने की जगह अपनी चमड़ी की सहायता से सोखता है.
मेंढक के शरीर से पानी अंदर- बाहर होता रहता है.
मेंढक के शरीर से पानी अंदर- बाहर होता रहता है. इस प्रक्रिया के दौरान मेंढक सिर्फ पानी ही नहीं, ऑक्सीजन और नमक जैसे जरूरी तत्वों को शरीर में सोखते हैं.
यही कारण है कि मेंढक के शरीर में तमाम तरह की गंदगी भी चली जाती है. इससे कई बार मेढ़क की मौत भी हो जाती हैं.