देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी एक महान विचारक, कवि और जनप्रिय राजनेता थें.
उनके विचार आज भी हमें प्रेरित करते हैं. आइए पढ़ें अटल बिहारी वाजपेयी के कुछ अनमोल विचार.
वाजपेयी जी का कहना था कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता.
उनका पूरा विश्वास था कि मन हार करके मैदान नहीं जीते जाते, न मैदान जीतने से मन ही जीते जाते हैं.
वे कहते थे कि इंसान की पहचान उसके धन या पद से नहीं होती है, उसके मन से होती है. वे कहते थे कि मन की फकीरी पर तो कुबेर की संपदा भी रोती है.
वे कहते थे कि जीवन को टुकड़ों में नहीं बांटा जा सकता, उसका ‘पूर्णता’ में ही विचार किया जाना चाहिए.
उनका कहना था कि यदि ईश्वर भी कहे कि छूआछूत मानो, तो वे ऐसे ईश्वर को मानने के लिए तैयार नहीं हैं लेकिन ईश्वर ऐसा नहीं कहेंगे.
अटल जी कहते थे कि उनको मौत से कोई डर नहीं है, वे तो बदनामी होने डरते हैं.
अटल जी एक सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति थे, इसलिए वे कहते थे कि आदमी को चाहिए कि वह परिस्थितियों से लड़े, एक स्वपन टूटे तो दूसरा गढ़े.