डॉ. कलाम के वो विचार जिन्हें अपनाकर पा सकते हैं सफलता

भारत के 11वें राष्ट्रपति और 'मिसाइल मैन' अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम में हुआ था.

डॉ. कलाम महान विचारक, लेखक और वैज्ञानिक थे. आइए उनको याद करते हुए उनके प्रेरणादायक विचारों को पढ़ते हैं, जो युवाओं को मोटिवेट कर सकते हैं.

''इंतजार करने वाले को उतना ही मिलता हैं, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते हैं."

"मुझे पूरा यकीन है की जब तक किसी ने नाकामयाबी की कड़वी गोली न चखी हो, वो कायमाबी के लिए पर्याप्त महत्वाकांक्षा नहीं रख सकता."

"आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते, लेकिन अपनी आदतें बदल सकते हैं. निश्चित रूप से आपकी आदतें आपका भविष्य बदल देंगी."  

"जीवन एक कठिन खेल हैं. आप एक व्यक्ति होने के अपने जन्मसिद्ध अधिकार को बनाये रखकर इसे जीत सकते हैं."

"युवाओं को मेरा सन्देश है कि अलग तरीके से सोचें, कुछ नया करने का प्रयत्न करें, अपना रास्ता खुद बनायें, असंभव को हासिल करें."  

"शिखर पर पहुंचने के लिए सामर्थ्य चाहिए. फिर वो चाहे माउंट एवेरेस्ट का शिखर हो या आपके करियर का "

"जो लोग आधे अधूरे मन से कोई काम करते है उन्हें आधी अधूरी, खोखली सफलता मिलती है जो चारो और कड़वाहट भर देती है."

"अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो, तो सबसे पहले सूरज की तरह जलो."