पैसे नहीं नियत से होता है दान, जानें ट्रेंडिंग तरीके

भारत देश में दान की परंपरा बहुत पुरानी है और इसे हर सरह से बहुत बड़ा काम माना गया है. और दान सिर्फ पैसे से नहीं होता बल्कि नियत से होता है.

सिर्फ दान करना नेकी नहीं है बल्कि सच्ची नेकी तब है जब दान करते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि सामने वाले को हमसे छोटा महसूस न हो. 

आज के जमाने में भी बहुत से लोग हैं जो इस बात में विश्वास रखते हैं और उन्हीं की प्रेरणा से देशभर में कई सफल दान अभियान चलाए जा रहे हैं. 

जी हां, आज के सोशल मीडिया के जमाने में दान करना और इस अभियान को ट्रेंडिंग बनाना बहुत ही आसान है.

आप सबको Ice Bucket Challenge तो याद होगा ही, उससे प्रेरित होकर हैदराबाद की मंजू कलानिधि ने 'Rice Bucket Challenge' शुरू किया ताकि लोग जरूरतमंदों को एक डिब्बा या एक बाल्टी चावल दान करें और अपनी तस्वीर शेयर करके दूसरों को इसके लिए प्रेरित करें. 

पैसों के बैंक की तरह भारत के कई जिलों में रोटी बैंक चलाए जा रहे हैं. इन बैंक्स में लोग अपने-अपने घरों से रोटी बनाकर दान करके आते हैं और फिर इन रोटियों को आगे जरूरतमंदों में बांट दिया जाता है.

नेकी की दीवार भी भारत में आज एक बड़ा अभियान बन चुका है. कई जगहों पर लोग एक दीवार पर कपड़े आदि रख देते हैं ताकि इन्हें जरूरतमंद इस्तेमाल कर सकें.

वाटर एटीएम का कॉन्सेप्ट भी भारत में पॉपुलर हो रहा है. कई NGO देश के अलग-अलग इलाकों में लोगों तक सुरक्षित पीने का पानी पहुंचाने के लिए वाटर एटीएम लगवा रहे हैं. 

कोरोना के समय मास्क डोनेशन अभियान भी कारगर साबित हुए. बहुत सी महिलाओं ने अपने घरों में कपड़े के मास्क सिलकर लोगों को बांटे ताकि वे कोरोना से अपना बचाव कर सकें.