राजस्थान राज्य अपनी संस्कृति, कल्चर और सुंदरता के लिए दूर-दूर तक फेमस है. लेकिन उनमें से उदयपुर सबसे अलग है. राजा- महाराजा की लाइफ का फील लेना हो तो उदयपुर बेस्ट ऑप्शन है. ये सात झीलों के बीच बसा है.
उदयपुर का प्रारंभिक इतिहास सिसोदिया राजवंश से जुड़ा है. इस शहर को महाराणा उदयसिंह ने 1558 में स्थापित किया था. उदयपुर सिसोदिया राजवंश द्वारा शासित मेवाड़ की राजधानी भी रहा है.
अपनी संस्कृति और पर्यटन स्थलों की वजह से उदयपुर को एशिया का वेनिस कहा जाता है. बारिश के मौसम ये शहर और भी खूबसूरत हो जाता है.
उदयपुर घूमने के लिए टूरिस्ट दूर दूर से आते हैं. रोमांटिक समय बिताने के लिए ये जगह बेस्ट है. उदयपुर बहुत ही पीसफुल स्टेट है.
सिटी पैलेस राजस्थान का सबसे बड़ा महल है. इसे पहले 16वीं शताब्दी में उदयपुर के संस्थापक महाराणा उदय सिंह ने बनवाया था. इसके बाद उनके उत्तराधिकारियों ने लगातार इसका विस्तार किया.
यह महल 19वीं शताब्दी में सज्जन सिंह ने बनवाया था. सज्जनगढ़ वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से होते हुए यहां पहुंचा जा सकता है.
ये एक कृत्रिम झील है जो उदयपुर सबसे बड़ी और पुरानी झीलों में से एक है. इस झील की सुंदरता पर्यटकों का मन मोह लेती हैं. यहां पर आप नाव की सवारी का भी लुत्फ उठा सकते हैं.
इसका निर्माण महाराणा जय सिंह ने साल 1678 में करवाया था. इसलिए इसका नाम भी महाराणा फतेह सिंह के नाम पर रखा गया है.
इस जगह का निर्माण राणा संग्राम सिंह ने 18वीं सदी में करवाया था. ये उद्यान राणा ने अपनी रानी को गिफ्ट किया था. 'फतेह सागर झील' के किनारे पर स्थित ये जगह अपने खूबसूरत झरनें, बगीचे और संगमरमर के काम के लिए फेमस है.
राजस्थान के इस प्रसिद्ध विष्णु मंदिर के बारे में मान्यता है कि कभी भगवान श्री विष्णु ने यहां के राजा जगत सिंह प्रथम को सपने में दर्शन देकर एक भव्य मंदिर बनाने का आदेश दिया था. इस मंदिर को बनवाने में 25 साल लगे.