होली का त्योहार पूरे भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. रंग और गुलाल की होली के बारे में तो आप सबने सुना होगा लेकिन आज आपको अजब-गजब होली के बारे में बताएंगे.
मध्यप्रदेश के मालवा जिले में रंग से नहीं बल्कि एक दूसरे पर अंगारे फेंककर होली खेली जाती है. मान्यता है कि इससे होलिका राक्षसी मर जाती है.
आग की होली
मध्यप्रदेश के भील आदिवासी होली पर नाचते-गाते रंग लगाकर अपने जीवनसाथी की तलाश करते हैं.
जीवनसाथी की तलाश
राजस्थान के पुष्पकरणा ब्राहमण के चोवटिया जोशी जाति के लोग होली पर खुशियों की जगह शोक मनाते हैं. इस दिन इस गांव में किसी की मौत हो गई थी जिसके बाद से यहां होली के दिन किसी के घर में चूल्हा नहीं जलता.
शोक की होली
राजस्थान के बांसवाड़ा में होलिका दहन के बाद गरम राख पर चलने की आनोखी परंपरा निभाई जाती है. इसके बाद ही रंगों की होली खेली जाती है.
राख पर चलना
राजस्थान के बांसवाड़ा में रंगों की होली के साथ-साथ एक दूसरे को पत्थर मारकर भी होली खेली जाती है.
पत्थरों की होली
यूपी के शाहजहांपुर में अंग्रेजों के जमाने के ही लाट साहब के पुतले को भैंसा गाड़ी पर बैठाकर जूते से मारकर होली खेलने की परंपरा है.
जूतामार होली
वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर चिता की राख से होली खेली जाती है. इसे मसान की राख वाली होली भी कहा जाता है.