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पुष्पा 2 मूवी में लाल चंदन की स्मगलिंग ने इसे एक बार फिर सुर्खियों का विषय बना दिया है. यह दुर्लभ लकड़ी सिर्फ फिल्मों की कहानियों का हिस्सा नहीं बल्कि रियलिटी में भी इसकी कीमत आसमान छूती है.
लाल चंदन अपनी खूबसूरती, सुगंध और औषधीय गुणों के लिए मशहूर है. लाल चंदन के पेड़ पर्यावरण को साफ और शुद्ध रखने में मदद करते हैं. आइए जानते हैं लाल चंदन के बारे में रोचक बातें.
लाल चंदन, जिसे प्रकृति का 'लाल सोना' कहा जाता है, यह मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक के जंगलों में पाया जाता है.
इस चंदन की गहरी लाल रंगत और चमक इसे अन्य लकड़ियों से अलग बनाती है. इसे छूते ही इसकी खुशबू दिल को छू जाती है.
लाल चंदन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी मांग है, जो इसे बेहद महंगा बनाती है.
लाल चंदन त्वचा संबंधी समस्याओं, बुखार और रक्तचाप को नियंत्रित करने में उपयोगी है. आयुर्वेद में इसे अमृत समान माना जाता है.
लाल चंदन का पाउडर धार्मिक अनुष्ठानों, तिलक और मूर्तियों की सजावट में किया जाता है. इसे काफी शुभ और पवित्र माना जाता है.
दुनिया की सबसे महंगी लकड़ियों में से एक होने के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 90 हजार से 1.5 लाख रुपए प्रति किलो तक है.
भारत की परंपरा में लाल चंदन का विशेष महत्व है. यह न केवल धार्मिक कार्यों में बल्कि पारंपरिक आभूषणों और माला बनाने में भी उपयोग होता है.
लाल चंदन की भारी मांग के कारण यह तस्करों का मुख्य निशाना बन चुका है. इसे बचाने के लिए सरकार ने कई सख्त कानून बनाए हैं.