संतान सुख पाने के उपाय

By-GNT Digital

संतान का होना हमारे यहां सौभाग्यशाली होने का सूचक माना गया है, फिर चाहे बेटा हो या बेटी

भारतीय ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे ज्योतिषीय योगों की चर्चा की गई है, जो कि संतान उत्पत्ति की राह में कांटे बनते हैं

जन्मकुंडली में बुध और शुक्र बाधक हो तो रुद्राभिषेक करना चाहिए, यदि चंद्रमा बाधक हो तो भी रुद्राभिषेक करना चाहिए, इससे शीघ्र ही संतान सुख की प्राप्ति होती है

भगवान शिव मनुष्यों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं और पार्थिव लिंग का पूजन सदा ही फलदायी है, इनकी नियमित पूजा से योग्य संतान की प्राप्ति का सुख मिलता है

पूरे भक्ति भाव से भगवान शिव जी का रुद्राभिषेक करवाएं व प्रदोष का व्रत करें. इस उपाय से भी संतान सुख अवश्य प्राप्त होता है

संतान प्राप्ति के लिए मंगल का व्रत व पूजन भी एक अचूक उपाय है, शास्त्रकारों ने 21 महीने या 21 मंगलवार के व्रत का विधान बताया है

संतान की कामना करते हुए अगर पति-पत्नी सुबह स्नान के बाद "प्रेम मगन कौशल्या, निस दिन जात न जात। सुत सनेह बस माता, बाल चरित कर गाय।।" एक माला इस चौपाई का जाप करें

इस मंत्र को पढ़ते हुए - ‘काण्डात् काण्डात् प्ररोहंती परुषस्परि एवानो दूर्वे प्रतनु सहस्त्रेण शातेन च।’ भगवान गणपति से प्रार्थना करें. 

ॐ देवकीसुत गोविंद वासुदेव जगत्पते। देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः।। संतान की कामना करते हुए इस मंत्र का सवा लाख जप विद्वान ब्राह्मण से कराएं और संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ भी कराएं

अभिलाष्टक स्तोत्र भी संतान प्राप्ति के लिए अत्यंत प्रसिद्ध है. इसका प्रयोग भगवान शिव की श्रद्धा, भक्तिपूर्वक करने को कहा गया. 11 व 21 पाठ प्रतिदिन करना चाहिए.